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विश्वासयोग्य जीवन बिताने का संकल्प 
दाऊद का भजन 
 १ मैं करुणा और न्याय के विषय गाऊँगा; 
हे यहोवा, मैं तेरा ही भजन गाऊँगा। 
 २ मैं बुद्धिमानी से खरे मार्ग में चलूँगा। 
तू मेरे पास कब आएगा? 
मैं अपने घर में मन की खराई के साथ अपनी चाल चलूँगा; 
 ३ मैं किसी ओछे काम पर चित्त न लगाऊँगा*। 
मैं कुमार्ग पर चलनेवालों के काम से घिन रखता हूँ; 
ऐसे काम में मैं न लगूँगा। 
 ४ टेढ़ा स्वभाव मुझसे दूर रहेगा; 
मैं बुराई को जानूँगा भी नहीं। 
 ५ जो छिपकर अपने पड़ोसी की चुगली खाए, 
उसका मैं सत्यानाश करूँगा*; 
जिसकी आँखें चढ़ी हों और जिसका मन घमण्डी है, उसकी मैं न सहूँगा। 
 ६ मेरी आँखें देश के विश्वासयोग्य लोगों पर लगी रहेंगी कि वे मेरे संग रहें; 
जो खरे मार्ग पर चलता है वही मेरा सेवक होगा। 
 ७ जो छल करता है वह मेरे घर के भीतर न रहने पाएगा; 
जो झूठ बोलता है वह मेरे सामने बना न रहेगा। 
 ८ प्रति भोर, मैं देश के सब दुष्टों का सत्यानाश किया करूँगा, 
ताकि यहोवा के नगर के सब अनर्थकारियों को नाश करूँ।